नई बसों के आने से पहाड़ी इलाकों में परिवहन सुविधा में होगा सुधारः धामी
राज्य की टैक्स आय 33 प्रतिशत बढ़ी
देहरादून। उत्तराखंड के परिवहन निगम के बेड़े में आज एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 130 नई बसों का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम दून के आईएसबीटी पर आयोजित किया गया, जहां सीएम धामी ने राज्य के लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा देने की प्रतिबद्धता जताई। इस नई पहल से राज्य के दूरदराज के पहाड़ी इलाकों तक परिवहन की पहुंच को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि नई बसों के संचालन से उन क्षेत्रों में भी परिवहन सुविधाएं मिलेंगी जो अब तक सड़कों से नहीं जुड़े थे या जिनके पास सीमित संसाधन थे। पहाड़ी राज्य के लिए परिवहन नेटवर्क का विस्तार बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां का भौगोलिक परिदृश्य काफी कठिन है। धामी ने यह भी कहा कि इन बसों के साथ राज्य विकास के मार्ग पर तेजी से अग्रसर हो रहा है।
उद्घाटन समारोह में सीएम धामी ने यह भी बताया कि राज्य का टैक्स आय 33 प्रतिशत बढ़ गई है, जो राज्य की आर्थिक प्रगति और जनता के समर्थन का प्रतीक है। यह वृद्धि इस बात का संकेत है कि राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है और यह अपने संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर रहा है। इसके साथ ही, टैक्स से होने वाली आय का उपयोग बेहतर परिवहन सुविधाओं, सड़क निर्माण और नए बस स्टैंड के विकास में किया जा रहा है।
सरकार ने राज्य में 14 स्थानों पर नए बस स्टैंड बनाने का निर्णय लिया है। इन नए बस स्टैंड से यात्रा के दौरान लोगों को अतिरिक्त सुविधाएं और आराम मिलेगा। नई बसों और बस स्टैंड के उद्घाटन से राज्य में परिवहन की सुविधा में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है। यह पहल राज्य के हर कोने को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे लोगों को शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से पहुंचने का मौका मिलेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी आश्वासन दिया कि परिवहन निगम के सभी कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। कर्मचारियों की बेहतरी के लिए सरकार ने हरसंभव कदम उठाने का निर्णय लिया है। बेहतर कामकाजी माहौल और सुविधाओं के लिए सरकार ने उचित योजनाएं बनाई हैं, जिससे कर्मचारियों को अपने कार्य में समर्थन मिले और परिवहन सेवा को और बेहतर किया जा सके।
उत्तराखंड में इस नई पहल को लेकर लोगों में उत्साह है। स्थानीय लोगों ने कहा कि नई बसों के जुड़ने से उन्हें यात्रा करने में काफी सहूलियत मिलेगी। देहरादून के एक स्थानीय नागरिक ने कहा, “यह सरकार का बहुत ही अच्छा कदम है। अब हमें पहाड़ी क्षेत्रों में भी आसानी से बस सेवाएं मिल सकेंगी।” इसके अलावा, कई युवाओं ने भी सरकार के इस कदम का स्वागत किया और कहा कि इलेक्ट्रॉनिक बसों के संचालन से आने वाले समय में प्रदूषण की समस्या भी कम होगी।
उत्तराखंड के परिवहन निगम में 130 नई बसों का जुड़ना राज्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए गए इस प्रयास से राज्य के लोगों को लाभ मिलेगा और वे सुरक्षित व सुविधाजनक यात्रा का अनुभव करेंगे। परिवहन क्षेत्र में यह सुधार राज्य की जनता को लाभान्वित करेगा और उत्तराखंड को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक बसों की जल्द संभावना
देहरादून। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन करने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर यह घोषणा की कि भविष्य में उत्तराखंड की सड़कों पर इलेक्ट्रॉनिक बसें भी चलाई जाएंगी, जिससे राज्य में पर्यावरण की सुरक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा। इलेक्ट्रॉनिक बसों के संचालन से प्रदूषण की समस्या कम होगी और पर्यावरण पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मुख्यमंत्री की जनता से अपील अधिक से अधिक सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें
देहरादून। सीएम धामी ने जनता से अपील की कि यात्रा के दौरान वे अधिक से अधिक सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक परिवहन का उपयोग ना केवल यातायात को नियंत्रित करता है बल्कि इससे पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने जनता से यह भी कहा कि सुरक्षित, सुविधाजनक और सस्ता परिवहन हर नागरिक का अधिकार है, और सरकार इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस पूरे समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के विकास में परिवहन निगम का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य में सड़क नेटवर्क को बेहतर बनाने और परिवहन सेवाओं में सुधार के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर नागरिक को यात्रा के दौरान बेहतर सुविधाएं मिलें। उत्तराखंड में परिवहन क्षेत्र में किए जा रहे ये प्रयास राज्य को उन्नति की ओर ले जा रहे हैं।
विकास की दिशा में उत्तराखंड का कदम
देहरादून। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य के लिए परिवहन एक बड़ी चुनौती रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क निर्माण और यातायात का संचालन आसान नहीं होता है, लेकिन राज्य सरकार ने इन समस्याओं से निपटने के लिए सराहनीय कदम उठाए हैं। परिवहन क्षेत्र में नई बसों के जुड़ने से रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इसके साथ ही, दूरदराज के इलाकों में परिवहन सुविधाएं उपलब्ध कराने से स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार की उम्मीद है।








