देहरादून/ हल्द्वानी उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में 5 दिनों से प्रदर्शन और भूख हड़ताल में बैठे युवक को आज पुलिस प्रशासन ने जबरन उठा लिया. इस दौरान पुलिस प्रशासन की प्रदर्शनकारियों के साथ नोक-झोंक भी हुई. जिससे मामला गरमा गया. उधर, सीएम पुष्कर धामी ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की संस्तुति दे दी है. जिसके बाद माना जा रहा है कि युवाओं का धरना प्रदर्शन समाप्त हो जाएगा.
पुलिस पर लगे गंभीर आरोप: उत्तराखंड में पेपर लीक मामले को लेकर आज यानी 29 सितंबर को हल्द्वानी में उस समय बबाल मच गया, जब भूख हड़ताल पर बैठे भूपेंद्र कोरंगा को हल्द्वानी पुलिस उठाने के लिए धरनास्थल पहुंच गई. इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों में जमकर नोक-झोंक हुई. आरोप है कि पुलिस ने आंदोलन में हिस्सा ले रही महिलाओं को घसीटा. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन बबाल चलता रहा. आरोप है कि बबाल में महिलाओं के कपड़े भी फटे.
वहीं, भारी बवाल के बीच भूपेंद्र कोरंगा को पुलिस इलाज के लिए अस्पताल ले गई. बावजूद इसके धरनास्थल पर बवाल चलता रहा. आंदोलनकारियों ने धामी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. महिलाओं ने धामी सरकार पर नारी शक्ति का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा ‘धामी सरकार आंदोलन को डिस्टर्ब करने के लिए किसी भी हद तक जाए, लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं हैं.’
वहीं, प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पेपर लीक मामले को लेकर वो पिछले पांच दिनों से अनिश्चितकालीन धरना और भूख हड़ताल पर बैठे हैं. प्रदर्शनकारी सभी छात्र हैं. तीन सूत्रीय मांग को लेकर सभी शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन आज पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के साथ अभद्रता करते हुए भूख हड़ताल में बैठे साथी को जबरन उठा लिया.
उधर, उत्तराखंड में पेपर लीक प्रकरण का मुद्दा तूल पकड़ता और युवाओं का आंदोलन उग्र होता देखे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून स्थित धरना स्थल पहुंचे. जहां उन्होंने धरनारत युवाओं से बातचीत की. जिसके बाद सीएम धामी पेपर लीक मामले की सीबीआई यानी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन जांच की संस्तुति दी
सीएम पुष्कर धामी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को किसी प्रकार का कोई संदेह और अविश्वास न हो, इसके लिए सरकार पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की संस्तुति देती है. मामले में रिटायर्ड जज यूसी ध्यानी की अध्यक्षता में एसआईटी यानी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम जांच जारी है. सभी तथ्य एकत्रित किए जा रहे हैं.








