उत्तरकाशी: उत्तराखंड के चमोली जिले के अलावा उत्तरकाशी जनपद में गंगोत्री हाईवे पर भारी हिमस्खलन हुआ है. बर्फ के साथ भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर भी गंगोत्री हाईवे सहित भागीरथी नदी में गिरा है. राहत की बात ये है कि इस हिमस्खलन में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हाईवे के साथ-साथ हर्षिल और भटवाड़ी विकासखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में गुरुवार 27 फरवरी रात से भारी बर्फबारी हो रही है. इस कारण डबरानीके पास शुक्रवार दोपहर को बड़ा हिमस्खलन देखने को मिला. डबरानीइलाके में लंबे समय बाद हिमस्खन की घटना देखने को मिली है.
बता दें कि शुक्रवार को डबरानीइलाके के जिस जगह पर हिमस्खलन हुआ है, वहीं पर ही बीते साल मॉनसून सीजन में भारी भूस्खलन हुआ था. इसलिए अंदेशा जताया जा रहा है कि पहाड़ी पर भूस्खन जोन के मुहाने पर भारी बर्फबारी होने के कारण बर्फ के साथ मलबा और बोल्डर बड़ी मात्रा में हाईवे और नदी में गिरे.
हिमस्खलन के बाद भटवाड़ी से आगे वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. हिमस्खलन की सूचना मिलते ही बीआरओ की टीम मशीनों के साथ मौके पर पहुंची और रास्ते को साफ करने का प्रयास किया, लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे और बोल्डर के कारण रास्ता खोलने में मुश्किल हो रही है. उम्मीद की जा रही है कि शनिवार को बीआरओ रास्त खोल देगा.
बता दें कि सुबह चार बजे के आसपास चमोली जिले में माणा के पास बीआरओ का कैंप भी एवलॉन्च में नष्ट हो गया. इस एवलॉन्च ने बीआरओ के लिए काम कर रहे 57 मजदूर दब गए थे. शुक्रवार 28 फरवरी शाम सात बजे तक 32 मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया. वहीं 25 मजबूर अभी भी फंसे हुए है, जिनको बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.








