अगर आप भी गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग के शौकीन है तो आपके लिए खुशखबरी है। आपका इंतजार खत्म हो गया है। ऋषिकेश में 27 सितंबर से गंगा में राफ्टिंग का संचालन शुरू होगा। बुधवार को 10 क्यार्कस, छह राफ्टों के साथ करीब 30 लोगों ने मरीन ड्राइव से लेकर खारास्रोत तक गंगा नदी में रेकी की।अभियान में रीवर गाइडों के अलावा पर्यटन विभाग, आईटीबीपी शिवपुरी, वन विभाग के अधिकारी शामिल रहे।
जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी जसपाल सिंह चौहान ने बताया कि 27 सितंबर से गंगा में रिवर राफ्टिंग का संचालन शुरू होगा। आपको बता दें गंगा में राफ्टिंग गतिविधियों की निगरानी गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति करती है। ये समिति मौसम के हिसाब से राफ्टिंग चलने और बंद करने का फैसला लेती है। इस महीने मई जून में होने वाली बारिश की वजह से गंगा नदी का जल स्तर हर दिन बढ़ रहा है। जिसे देखते हुए राफ्टों को नदी में उतारने की अनुमति नहीं दी जा रही। वहीं पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से राफ्टिंग पर रोक लगा दी गई थी। जिसे एक बार फिर शुरू किया जा रहा है।
रिवर राफ्टिंग के दौरान बरतें यह सावधानी
- राफ्टिंग शुरू करने से पहले गाइड की बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और उनका सख्ती से पालन करना चाहिए।
- राफ्टिंग के दौरान गाइड जैसे कहे उसका पालन करें।
- राफ्टिंग के दौरान कई जगहों पर लहरें बहुत तेज होती हैं, जिन्हें देखकर लोग डर जाते हैं और हड़बड़ा कर गलतियां कर बैठते हैं। ऐसे में घबराने की बजाय गाइड की बातें सुनें।
- राफ्टिंग के दौरान लाइफ जैकेट और हेलमेट हमेशा पहनना चाहिए।
- राफ्टिंग शुरू करने से पहले गाइड से अपनी जैकेट और हेलमेट चेक जरूर करवा लें। नदी में गिरने पर यही आपके लिए सुरक्षा कवच का काम करते हैं।








