उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ अपराध की स्थिति चिंताजनक है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 से 2023 के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराध में 11% की वृद्धि हुई है। इस दौरान 2021 में 3431 मामले दर्ज किए गए थे, जो 2022 में बढ़कर 4337 हो गए और 2023 में थोड़ा कम होकर 3808 हो गए। हालांकि 2023 में कमी आई है, लेकिन यह अभी भी 2021 के मुकाबले अधिक है।
वहीं, 2024 में महिलाओं के प्रति अपराध में कमी आई है, जिसमें लगभग 12% की गिरावट देखी गई है। इस साल 3342 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, उत्तराखंड पुलिस का दावा है कि महिला अपराधों में कमी आई है, खासकर साइबर और यौन अपराधों में 13% की कमी आई है।
महिला अपराधों के आंकड़े:
- बलात्कार: 2021-2023 के बीच 1822 मामले दर्ज किए गए।
- महिला अपहरण: 1796 मामले दर्ज किए गए।
- दहेज हत्या: 190 मामले दर्ज किए गए।
- गुमशुदगी: 4890 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 757 महिलाएं और बालिकाएं अभी भी लापता हैं।
एनसीआरबी रिपोर्ट पर सवाल:
उत्तराखंड पुलिस ने एनसीआरबी रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि कुछ आंकड़े गलत तरीके से प्रस्तुत किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि वे अपराधों को रोकने के लिए लगातार काम कर रहे हैं और महिला अपराधों में कमी लाने के लिए प्रयासरत हैं। उत्तराखंड में महिला अपराधों की स्थिति चिंताजनक है, लेकिन पुलिस और सरकार के प्रयासों से इसमें कमी आ रही है। हालांकि, अभी भी बहुत काम करना बाकी है, खासकर गुमशुदा महिलाओं और बालिकाओं को ढूंढने और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए








