शिया परिवारों से दुर्व्यवहार- जान से मारने की दी जा रही धमकी, खाना पानी तक बंद करने के आरोप
सहारनपुरः यूपी में सहारनपुर बेहट समीप मिर्ज़ापुर कस्बे से बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक शिया मस्जिद में आधी रात में जबरन तोड़फोड़ की गई है। कब्रिस्तान की जमीन कब्जाने के बाद अब मस्जिद पर अवैध कब्जा करने की कोशिश के आरोप लग रहे है। मौके पर पुलिस बल तैनात है। आरोप है कि दूसरे पक्ष के क्षेत्र में आर्थिक रूप से मजबूत और बहुसंख्या में होने से अल्पसंख्यक शिया समुदाय पर दबाव बनाया जा रहा है। इस मस्जिद में गरीब शिया परिवारों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। शिया समुदाय के लोगों ने प्रशासन से मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। वहीं मामले में शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अली जैदी ने कहा है कि उन्होंने प्रशासन को शिकायत पत्र लिखा है एसडीएम ने मामले में जांच कमेटी गठित की है। यदि कल तक रिपोर्ट नहीं आती है तो वह आगे की कार्रवाई करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार सहारनपुर जिले के मिर्जापुर पोल में बरसो पुरानी एक शिया मस्जिद है जो कि शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड में आई-2481 पर दर्ज है। इतना ही नहीं सन 1995 में शिया वक्फ बोर्ड के निर्देशों पर जिलाधिकारी स.पुर द्वारा मस्जिद का सर्वे भी कराया था। जिसकी आख्या से स्पष्ट है कि उक्त मस्जिद शिया समुदाय से सम्बंधित है। मिर्जापुर में सुन्नी समुदाय कि आबादी लाखो में है तथा इनकी यहाँ लगभग 30 मस्जिदे मौजूद है व शिया समुदाय कि केवल एक मस्जिद, सन 2010-2012 के बिच बहुचर्चित खनन माफिया व पूर्व एमएलसी इकबाल बाले ने अपने रुसुक का गलत इस्तेमाल कर फ़र्जी कागजों के आधार पर उक्त शिया मस्जिद को सुन्नी वक्फ बोर्ड में दर्ज करा दिया, इस सम्बन्ध में के वाद संख्या 147/2016 मा.न्यायालय वक्फ न्यायधिकरण लखनऊ में विचाराधीन है।
यह बात जानते हुए कि उक्त मस्जिद पर विवाद है सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा गैर क़ानूनी रूप से मस्जिद पर निर्माण करने कि अनुमति प्रदान कर दी । जिसकी आड़ लेकर कुछ लोगों द्वारा मस्जिद पर तेज़ी से अवेध निर्माण किया जा रहा है तथा पुरानी मस्जिद जो कि शिया समुदाय के अनुसार बनी है तोड़कर उसका सवरूप बदल मदरसा बनाने का प्रयास किया जा रहा है जिससे मिर्जापुर का माहोल किसी भी समय बिगड़ सकता है।
आरोप है कि यह कार्य करने के लिए विदेशो से भी धन प्राप्त हो रहा है। मस्जिद के मुत्वल्ली तहसीन पुत्र स्व० हासिम निवासी ग्राम मिर्जापुर पोल, थाना मिर्जापुर में तहरीर देकर मस्जिद में तोड़फोड़ करने वाले नामजद आरोपी मौ० अहमद पुत्र अहसान, रहीम पुत्र इनाम, रहमान पुत्र इनाम , कुर्बान पुत्र इनाम, कलीम पुत्र अमीर अहमद, कमरूजमा पुत्र इकराम, हुसैन पुत्र इकराम, आजाद पुत्र अफजाल, मोमिन पुत्र अफजाल सहित समस्त निवासीगण ग्राम मिर्जापुर के खिलाफ तहरीर देकर पुलिस व शासन प्रशासन ने मामले में कार्रवाई की मांग की है।
मामले में कई गंभीर आरोप लगे है। पैसों के लेनदेन के भी आरोप है तो वहीं प्रशासन की मिलीभगत की बात भी कहीं जा रही है। क्षेत्र में शिया समुदाय कि आबादी बहुत कम है जिस कारण यह भू माफिया शिया परिवारों को परेशान कर रहे है तथा गांव में फसाद फैला रहे है। इतना ही नहीं दुकानों से सामान देने तक को मना कर दिया है। मस्जिद में तोड़फोड़ और गुंडागर्दी , जान से मारने की धमकी देने के आरोप है। ऐसे में शिया समुदाय के लोगों उच्च अधिकारियो से कार्रवाई की मांग की है। तो वहीं कार्रवाई ना होने पर शिया समुदाय के लोगो ने तहसील मे धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी हैl
वहीं दूसरी और जहां मामले में एलआईयू विभाग मिर्ज़ापुर मे फेल नजर आया है। तो वहीं प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे है। आखिर किसकी शह पर मस्जिद का मामला कोर्ट मे विचाराधीन होने के बावजूद भी मस्जिद मे तोड़फोड़ हुई है। हालांकि घटना के बाद से पुलिस बल मस्जिद में तैनात किया गया है। लेकिन माहौल तनावपूर्ण है। यूपी शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अली जैदी ने शिकायत पत्र भेजा है। जिसपर बेहट एसडीएम मानवेन्द्र सिंह ने जांच कमेटी गठित कर तीन दिन में रिपोर्ट मांगी थी। लेकिन तीन दिन के बाद भी जांच को लेकर कोई अपडेट सामने नहीं आया है। मामले में शिया पक्ष आज डीएम से मिलने भी गए थे लेकिन वह नहीं मिले। एसडीएम से खबरनामा की टीम ने संपर्क करने की कोशिश की तो संपर्क नहीं हो पाया है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि यदि क्षेत्र में माहौल खराब होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।










